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क्रिप्टोकरंसी की ट्रेडिंग से ज्यादा ‘स्टेकिंग’ से होती है कमाई, भरपूर मिलता है रिटर्न, इस तरीके से करनी होगी होल्डिंग

Cryptocurrency staking: इथीरियम होल्डर अपने कुछ कॉइन को स्टेक कर सकते हैं. इसके लिए आपके पास कम के कम 32 इथीरियम होना जरूरी है तभी आप स्टेकिंग के लिए वैलिडेटर हो पाएंगे.

क्रिप्टोकरंसी (cryptocurrency) की ट्रेडिंग से कमाई तो होती ही है, निवेशक चाहें तो एक और नए तरीके से बंपर कमाई कर सकते हैं. इसका नाम है क्रिप्टो स्टेकिंग. क्रिप्टोकरंसी स्टेकिंग (cryptocurrency staking) का अर्थ है क्रिप्टोकरंसी के कुछ हिस्से को कुछ समय के लिए लॉक कर देना. दरअसल, इस तरीके से क्रिप्टोकरंसी को एक खास पीरियड के लिए ब्लॉकचेन नेटवर्क के हवाले कर दिया जाता है. इसके बदले क्रिप्टोकरंसी को उस हिस्से (जिसे स्टेक) पर निवेशक को कॉइन या टोकन के रूप में रिवॉर्ड्स मिलते हैं.

क्रिप्टो स्टेकिंग (crypto staking) ठीक वैसे ही है जैसे हम अपने पैसे को बैंक में जमा करते हैं. इस जमा पैसे को एफडी के रूप में देख सकते हैं. वह पैसा एक खास अवधि के लिए लॉक हो जाता है और मैच्योरिटी पर ब्याज जुड़कर मिलता है. क्रिप्टो स्टेकिंग में भी ऐसी ही बात होती है. स्टेकिंग में कुछ क्रिप्टोकरंसी टोकन को खास समयावधि के लिए ब्लॉकचेन नेटवर्क में लॉक कर दिया जाता है. निवेशक के इस होल्डिंग को ब्लॉकचेन में लॉक करने के बाद उसे निकाला नहीं जा सकता. ठीक वैसे ही जैसे एफडी को खास अवधि के लिए नहीं तोड़ सकते. क्रिप्टो टोकन लॉक होने के बाद उस पर कई तरह के फायदे मिलते हैं.

स्टेकिंग में क्या होता है
टोकन लॉक होने से उसकी सप्लाई लिमिट हो जाती है जिससे उसकी वैल्यू बढ़ जाती है. क्रिप्टो की स्टेकिंग इसलिए की जाती है ताकि माइनिंग को कम किया जा सके. समय के साथ क्रिप्टोकरंसी की माइनिंग कम हो रही है और मांग तेज हो रही है. इसलिए स्टेकिंग में रखी गई क्रिप्टोकरंसी उसके मालिक निवेशक के काम नहीं आती, लेकिन ब्लॉकचेन नेटवर्क उसका इस्तेमाल करता है. स्टेक की गई क्रिप्टोकरंसी से ब्लॉकचेन पर नए ब्लॉक बनाए जाते हैं. इसके बदले उसके निवेशक को रिवार्ड्स दिया जाता है.

क्रिप्टोकरंसी स्टेकिंग (cryptocurrency staking) को बढ़ावा देने के लिए क्रिप्टो एक्सचेंज यूजर के लिए सरल नियम बनाते है. क्रिप्टो एक्सचेंज पर स्टेकिंग पेज होता है जहां जाकर निवेशक अपने मनचाहे अमाउंट के स्टेक को क्लिक कर देते हैं. अगर कोई निवेशक ब्लॉकचेन पर अपने से स्टेकिंग सिस्टम बनाना चाहे तो यह मुश्किल काम है, लेकिन क्रिप्टो एक्सचेंज इसे आसानी से कर लेते हैं. इसके लिए निवेशक को क्रिप्टो इन्फ्रास्ट्रक्चर की पूरी जानकारी होनी चाहिए जो कि मुश्किल है.

इन कॉइन को स्टेक कर सकते हैं
इथीरियम होल्डर अपने कुछ कॉइन को स्टेक कर सकते हैं. इसके लिए आपके पास कम के कम 32 इथीरियम होना जरूरी है तभी आप स्टेकिंग के लिए वैलिडेटर हो पाएंगे. इस आधार पर आप डाटा स्टोर कर सकते हैं, ट्रांजेक्शन की प्रोसेसिंग कर सकते हैं और ब्लॉकचेन पर नए ब्लॉक जोड़ सकते हैं. कर्डानो क्रिप्टोकरंसी को भी स्टेक कर कमाई कर सकते हैं. इसके लिए कर्डानो के निवेशक खुद का स्टेकिंग पूल बना सकते हैं. इसी तरह सोलाना की भी स्टेकिंग होती है. इसके लिए निवेशक डिजिटल वॉलेट बनाते हैं. वॉलेट की मदद से निवेशक तय कर सकता है कि कितने सोलाना को स्टेक करना है.

स्टेकिंग की फीस
स्टेकिंग से निवेशक को अतिरिक्त कॉइन मिलते हैं जिसकी बाद में ट्रेडिंग करके कमाई की जा सकती है. स्टेक के दौरान भी ब्लॉकचेन की तरफ से ब्याज दिया जाता है. स्टेकिंग के दौरान निवेशक अपने वॉलेट में देख सकते हैं कि उनके क्रिप्टो एसेट में कितने की वृद्धि हो रही है. अगर आप किसी एक्सचेंज के जरिये स्टेकिंग करते हैं तो उसके लिए कुछ शुल्क चुकाना होता है. हालांकि यह फीस स्टेक पर मिलने वाले रिवॉर्ड की तुलना में काफी कम होता है.

Posted by Technical Mechzone

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