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Cryptocurrency News: अप्रैल 2021 से अब तक टॉप 5 डिजिटल कॉइन्स की ऐसी रही परफॉर्मेंस

मार्च में सुप्रीम कोर्ट द्वारा आरबीआई के बैन को उलटने और बिटकॉइन, इथेरियम, डॉजकॉइन और अन्य कॉइन में ट्रेड की परमिशन मिलने के बाद भारत में क्रिप्टोकरेंसी ट्रेड में तेजी आई।

ख़ास बातें
.17 सितंबर को Ethereum की कीमत 2.76 लाख रुपये थी।
.भारत में कार्डानो की कीमत 187.82 रुपये पर चल रही है।
.मार्केट कैपिटलाइजेशन के मामले में Ripple पांचवें नम्बर पर है

इस साल क्रिप्टोकरेंसी की शुरुआत धीमी रही। मुख्य रूप से भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के आदेश के कारण, जिसमें बैंकों को कहा गया कि वे क्रिप्टो में किसी तरह की डील न करें। मार्च में सुप्रीम कोर्ट द्वारा आरबीआई के बैन को उलटने और बिटकॉइन, इथेरियम, डॉजकॉइन और अन्य कॉइन में ट्रेड की परमिशन मिलने के बाद क्रिप्टोकरेंसी ट्रेड में तेजी आई। तब से CoinSwitch Kuber और CoinDCX जैसे कई ऑनलाइन एक्सचेंज फले-फूले हैं। मगर अधिकांश क्रिप्टोकरेंसी की अत्यधिक अस्थिरता को देखते हुए, इन वर्चुअल ऐसेट्स में निवेश करने के लिए इनको समझने में मशक्कत करनी पड़ती है। उसके लिए एक तरीका इन कॉइन्स की हिस्ट्री को देखना है।

पिछले कुछ हफ्तों और महीनों में क्रिप्टोकरेंसी ने कैसे ट्रेंड दिखाया है, इससे निकट भविष्य में उनकी क्षमता का अंदाजा लगाया जा सकता है। और क्या किसी व्यक्ति को अभी निवेश करना चाहिए या इंतजार करना चाहिए इस बारे में भी फैसला किया जा सकता है। इस फाइनेंशिअल ईयर की शुरुआत (1 अप्रैल) के बाद से अब तक टॉप 5 डिजिटल कॉइन्स का ट्रेंड ऐसा रहा है:

Bitcoin
बिटकॉइन दुनिया की सबसे पुरानी क्रिप्टोकरेंसी है। 2009 में अपनी शुरुआत के बाद से यह क्रिप्टोकरेंसी बाजार में राज कर रहा है। इस साल 1 अप्रैल को यह करीब 42 लाख रु. के स्तर पर था। मगर मई के अंत तक, जब माइनिंग पर चीनी कार्रवाई के कारण मार्केट बड़े पैमाने पर क्रैश हो गया, तो यह 22 लाख रुपये के निचले स्तर पर पहुंच गया। हालांकि, बिटकॉइन की कीमत अब सुधर गई है। 18 सितंबर को यह करीब 37 लाख रु. पर ट्रेड कर रहा था।

Ethereum
एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह एकमात्र ऐसी वर्चुअल करेंसी है जिसमें बिटकॉइन को चुनौती देने की क्षमता है, मगर अभी यह अपनी वास्तविक क्षमता से काफी दूर है। इस फाइनेंशिअल इयर की शुरुआत में, Ethereum 1.40 लाख रुपये पर कारोबार कर रहा था। अगस्त की शुरुआत में इसने 2 लाख रुपये के लेवल को पार किया। यह वह समय था जब इथेरियम ब्लॉकचेन में लंदन का बड़ा अपग्रेड हुआ था। तब से इथेरियम का प्राइस बढ़ना जारी है। 18 सितंबर को यह 2.76 लाख रुपये पर ट्रेड कर रहा था।

Cardano
2017 में लॉन्च किया गया कार्डानो बाकियों की तुलना में एक नया कॉइन है जो टॉप 5 में अपनी जगह बनाने के लिए लगातार आगे बढ़ रहा है। कार्डानो ने केवल एक महीने में लगभग 150% का रिटर्न दिया। 20 जुलाई को यह 79.71 रुपये पर ट्रेड कर रहा था। लेकिन अगस्त तक यह 191.41 रुपये के उच्च स्तर पर पहुंच गया था। इसने अगले कुछ हफ्तों में और अधिक प्रोफिट दिया। जिसके चलते इस महीने की शुरुआत में यह अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया जो कि 227 रुपये है। मगर अब कार्डानो की कीमत थोड़ी कम हो गई है। खबर लिखने के समय 18 सितंबर को यह 187.82 रुपये पर कारोबार कर रहा था।

Tether
टीथर अमेरिकी डॉलर से जुड़ी एक स्टेबल करेंसी है। सबसे पहला होने के नाते, यह सबसे पॉपुलर स्टेबल करेंसी है। चूंकि यह डॉलर से जुड़ा है तो प्रत्येक टीथर कॉइन को टीथर लिमिटेड के रिजर्व में वास्तविक डॉलर द्वारा सपोर्टेड माना जाता है। इसलिए बाकी क्रिप्टोकरेंसी की तुलना में यह बहुत ज्यादा स्टेबल है। हालांकि इस तरह की स्थिरता इसकी ग्रोथ को भी रोकने की संभावना पैदा करती है। इस फाइनेंशिअल इयर की में यह 73-75 रुपये की रेंज के अंदर रह गया है। 18 सितम्बर को टीथर की कीमत कीमत 77 रुपये थी।

Ripple
मार्केट कैपिटलाइजेशन के मामले में यह पांचवें नम्बर पर है। तकनीकी रूप से कहा जाए तो रिप्पल एक क्रिप्टोकरेंसी नहीं है। यह ओपन-सोर्स पेमेंट की सुविधा देता है और XRP इस नेटवर्क पर चलने वाली क्रिप्टोकरेंसी है। 1 अप्रैल से इसकी कीमत दोगुनी हो गई है। 41 से रु. अब 80 रुपये इसकी कीमत है। मगर 2017 के अंत में और जनवरी 2018 की शुरुआत में यह 242 रुपये के अब तक के सबसे ऊंचे स्तर पर था। 18 सितम्बर को खबर लिखने के समय पर रिप्पल की कीमत 84 रुपये थी।

Posted by Technical Mechzone

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